Sudha Chaudhary 03 Jul 2023 कविताएँ अन्य 8398 0 Hindi :: हिंदी
हंसने की अभिलाषा है एकबार हंसा कर देखो मेरे मोती चुन चुन कर एक बार सजा कर देखो। सुप्त हो गयी लहरें तो जलधि कहां कहलाओगे अपनी लहरों में मेरे मन को एक बार बहा कर देखो। कठिन डगर है प्रेम की मगर प्रेम है तुमको मेरे प्रेम पर अपने प्रेम की भेंट चढ़ा कर देखो। हंसने की अभिलाषा है एक बार हंसा कर देखो।