Baba ji dikoli 02 Jul 2023 शायरी प्यार-महोब्बत शायरी/गीत/संगीत/#babajidikoli/साहित्य/गजल 6319 0 Hindi :: हिंदी
मिट गये बो लोग जो मुहोब्बत को हीर और खुद को राँझा समझते थे। सलामत रहा हमारा बजूद क्योकि हम, खुद को आवारा समझते थे। #babajidikoli
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आजाद कवि...