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दर्दे ए दिल-हर गम को भुलाकर मुस्कुराना भी पड़ता है

Ranjana sharma 11 Oct 2023 शायरी दुःखद दर्दे-ए-दिल#Google# 5527 0 Hindi :: हिंदी

दर्दे-ए-दिल छुपाना भी पड़ता है
हर गम को भुलाकर मुस्कुराना भी पड़ता है
पर ,तुम्हें हम क्या कहें
कि ए दिन-रात कैसे बिताना पड़ता है

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