हुकम चन्द जैन 30 Mar 2023 कविताएँ धार्मिक सरस्वती वंदना 15661 1 5 Hindi :: हिंदी
मां शारदे , शत शत नमन करें हम सदा कर जोड़कर , शरण तेरी आ गए हम सब बंधनों को तोड़कर | यह ह्रदय दीपक बने औ लौ बने मां भारती मसी घृत हो , कलम बाती हम उतारे आरती| ज्ञान की ज्योति जगा दे , हे तरण मां तारिणी, वीणा पाणी इन स्वरों से जगत में हो जागृति | अर्चना तेरी करें हम ह्रदय मानस जोड़कर , शरण तेरी आ गए , सब बंधनों को तोड़कर|| मां शारदे... वंदना में अंजुली भर श्रद्धा सुमन हम लाए हैं भावनाओ की गागर भर के साथ अपने लाए हैं | शब्दों को इनको रूप दो , वाणी में मेरे सत्य हो , लेखनी से मेरी तो इस विश्व का कल्याण हो | भ्रष्ट हो अगर पथ से, रोकना मां टोक कर , शरण तेरी आ गए सब बंधनों को तोड़कर|| मां शारदे... अर्चना तेरी करे जो , वह अजर तो हो गया, यह धरा आकाश जब तक वह अमर तो हो गया | वाल्मिक से आज तक देख लो तेरी छवि, लेखनी ले छा गए, आकाश में बनकर रवि | लेखनी में प्राण दे मां आशीष की मसी घोलकर , शरण तेरी आ गए सब बंधनों को तोड़कर|| मां शारदे... मां भारती इस लेखनी से , देश का गौरव रचूं, जो सो रहे उनको जगाऊं , जागृति पौरूष भरूं| अलगाववादी, स्वार्थ सिद्धक देश द्रोही, अनाचारी, खून से नहलाए जो मौलवी पंडे पुजारी , तोड़ते हैं जो भी, इस देश के विश्वास को उनके लिए यह लेखनी सिद्ध तो तलवार हो , खून से अपने लिखूं इतिहास सबको जोड़ कर शरण तेरी आ गए सब बंधनों को तोड़कर|| मां शारदे....
1 year ago
I am 81 years old Now on wheel chair I was government contractor for construction works Very fond...