Yogesh Yadav 30 Mar 2023 कविताएँ अन्य 46603 0 Hindi :: हिंदी
जिन्दगी चलती है चलते रहो, वक्त के साथ थोड़ा बदलते रहो ... राह मुश्किल भी निकल जाएगी, ठोकरें खा के भी थोड़ा संभलते रहो... अंधेरा तो जुगनू से भी घबराता है, सूर्य ना हो तो चरागों सा जलते रहो .... उम्र भर कोई यहाँ साथ नहीं देता, अकेले हो कर भी थोड़ा हँसते रहो... कोई खुश्बू कोई स्थिति ऐसी नहीं, जो जिन्दगी भर एक सी रहती हो... छोटा सा जीवन है तुम्हारा, छोटे से जीवन वाले फूल सा महकते रहो ॥