ब्राह्मण सुधांशु "SUDH" 30 Mar 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत प्यार की कविता, मोहब्बत, इश्क़, वादे, जीवन 14231 0 Hindi :: हिंदी
गुरूर मे अपने सबसे जुदा हुआ मै! मानो खुद ही खुद का खुदा हुआ मै!! धड़कने धङकती थी तेरे आने से पहले! तेरे आने के बाद खुद ही खुद से जुदा हुआ मै!! महक तेरी साँसों की मुझमें मिल सी गयी! कुछ इस तरह कुछ तुझमें शिफा हुआ मै!! गहराईयां ही तो है हिस्सेदारी मे अपनी! तू मेरी लहर तेरा सागर हुआ मै!! चलेंगे साथ फ़लक तक हाँथ दोनों थामे! तू ही मेरा साथी तेरा हमसफर हुआ मै!! है रौशन जिंदगी मुकम्मल ये जहां भी हुआ पूरा! तू ही अब मेरी बाती तेरा जलता दिया हुआ मै!! गमो की बारिश को ना छूने दूँगा तुझे! कुछ इस कद्र तेरे मकान का छज्जा हुआ मै!! मन्नते सारी मेरी तुझ तक ही हैं संकुचित! तू ही अब मेरी दुआ तेरा रब हुआ मै!!