Yogesh pintu thakur 30 Mar 2023 कविताएँ अन्य 89144 1 5 Hindi :: हिंदी
ख्याल आया एकबार रंग ना होते तो दुनिया केसी होती। १९५७ के फिल्मों जैसी होती। सात रंगो वाला इंद्रधनुषभी होता बे रंग। ना होता कोई काला ना होता कोई गोरा सब होते एक संग। आसमा निला ना होता। पेड हरा ना होता। दुनिया का कोई रंग ना होता। सोचो रंग ना होता तो केसा होता।।२।। मार्च मे रंग ना उडते होली में हम संग ना होते। जातीवाद वाले कोई रंग ना होते। काली काली जुलफे सफेद ना होजाए उसका टेंशन ना होता। धुप में जाके गोरा रंग काला ना हो जाए सवाल ना होता। सोचो रंग ना होता तो केसा होता।। २।।
11 months ago