संदीप कुमार सिंह 30 Apr 2023 कविताएँ समाजिक मेरी यह कविता समाजिक हित में है। जिसे पढ़कर पाठक गण काफी लाभान्वित होंगें। 5901 0 Hindi :: हिंदी
किस्मत के आधीन है,जन्म मरण का खेल। धीरज धरना सीख लें,सबसे रखिए मेल।। किस्मत के आधीन है, सुख दुख का सब योग। राज महल या वन गमन,करें नहीं अति भोग किस्मत के आधीन है,मिलन विरह का लेख। प्यार भरे ही मेल कर,सुन्दर सपने देख।। किस्मत के आधीन है,चेतन जड़ सब चीज। कर्म करे किस्मत बने,बन उपयोगी बीज।। किस्मत के आधीन है,तीनों जग के काल। श्रम से ही सुधरे दशा,उन्नत होता भाल।। (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍🏼 जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....