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मां

Ranjana sharma 30 Mar 2023 कविताएँ धार्मिक Google 100484 0 Hindi :: हिंदी

मां अपने आंचल में समेट
अपने ममता के छांव में रख
बड़ा शुकून मिलता मुझे
तू अपने दरबार में रख
अपने - आप से मुझे न दूर कर
अपने चरणों के धाम में रख
नित - दिन तेरी मुख मैं देखूं 
ऐसी सुबह तू हर रोज रख।
                            धन्यवाद

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