Archana Singh 02 Oct 2023 आलेख समाजिक किसका दोष 17791 0 Hindi :: हिंदी
एक बार मैंने " किस्मत और वक्त " दोनों से पूछा : " तुम दोनों ही मेरे साथ यह अन्याय क्यों कर रहे हो , मैंने तुम्हारा क्या बिगाड़ा है , जो तुम मेरी जिंदगी में बुरा प्रभाव डाल रहे हो "....? किस्मत बोला : तुम तो बहुत भाग्यशाली हो , मैं तो तुम्हारे जीवन में बहुत अच्छा हूं , पर शायद तुम्हारा वक्त ही खराब है , तो मैं क्या कर सकता हूं " । तब मैंने वक्त से पूछा : बता वक्त तुम मेरे साथ ही हमेशा खराब क्यों रहते हो "...? वक्त ने अपना पक्ष रखते हुए कहा : " मैं तो किसी के साथ खराब रहना ही नहीं चाहता हूं , मैं तो हर किसी को परखने की और समझने की मौका देता हूं । मैं कैसे तुम्हारे साथ दुर्व्यवहार कर सकता हूं ....? यह तो भाग्य विधाता ने ही कुछ गड़बड़ कर दी है । फिर मैं , किस्मत और वक्त के साथ भाग्य विधाता के पास पहुंची और उनसे पूछा : " बताइए ! पितामह आपने मेरे साथ ही क्यों बुरा किया "...? भाग्य विधाता ने कहा : " तेरी किस्मत लिखते वक्त मेरी कलम की स्याही ही खत्म हो गई और स्याही लाते - लाते वक्त निकल गया । बस इसीलिए तेरी अधूरी किस्मत अधूरी रह गई । तो दोष किसको दें ....? धन्यवाद दोस्तों 🙏🙏💐💐