Shreyansh kumar jain 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक 37694 0 Hindi :: हिंदी
आने वाले समय का चक्र है हम, बुजुर्गों की उम्मीदों का सपना है हम, अपनी धरोहर को बचाने का संकल्प है हम, युवा है हम, युवा है हम।। संस्कृति का जलता दीपक है हम, आने वाली पीढ़ी का अनुभव है हम, घर-घर की उम्मीदों का सपना है हम, युवा है हम, युवा है हम।। देश की मर-माटी के लिए बहता खून है हम, अपनों की रक्षा के लिए खून सा बहता दरिया है हम, मान-मर्यादा को निभाने का फर्ज है हम, युवा है हम, युवा है हम।। आज हम युवा होंगे तो कल देश ओर सुरक्षित होगा, बुजुर्गों का स्वपन हम युवाओं से सच होगा, विश्व पटल पर भी कल हम युवाओं का राज होगा, अखण्ड भारत का स्वपन हम युवाओं से सच होगा, आने वाला कल सुन्दर और सुरक्षित हम युवाओं होगा, युवा है हम, युवा है हम।।