Vikas Yadav 'UTSAH' 05 Sep 2023 शायरी समाजिक सुविचार विकास यादव 'उत्साह' 10258 1 5 Hindi :: हिंदी
मेरी कलम से - सुविचार * जग जाता किसके पीछे है? जो जीता है और तुम कहते हो जग में जीने नहीं देता। - 'उत्साह' * सबका प्यारा बनना है तो,खुद के नजरों में गिरना पड़ेगा। - 'उत्साह' * घर का गेट बता देता है, समाज का परिवेश कैसा है। - 'उत्साह ' * कवि सबका मन तो नहीं पढ़ सकता, लेकिन अपने मन की सबको पढ़ाने का समर्थ रखता है। - ' उत्साह '