Santoshi devi 30 Mar 2023 शायरी राजनितिक मतदाता, लोकतंत्र 17926 0 Hindi :: हिंदी
लोकतंत्र का है उत्थान। 100% जब मतदान।। लोकतंत्र की ठोस नींव। मतदाता अकेला जीव।। वोट अपना है अमूल्य। इससे बढ़ ओर न तुल्य।। सोच समझकर करों मतदान। लोकतंत्र की रखो शान ।। नर हो चाहे या नारी। वोट सभी की जिम्मेदारी।। मतपत्र ऐसा प्रमाण। जिससे अपनी है पहचान।। लोकतंत्र में चाहों सरकार। मतदान को करो स्वीकार।। जागरूक मतदाता। लोकतंत्र बनाता।। अपनी मन माफिक सरकार। वोट को नही करो दरकार।। वोट का अपना अधिकार। लोकतंत्र ने किया साकार।। चलो चलो सब वोट करे। दु:शासन पर चोट करे।। मतदाता ही शक्ति है। लोकतंत्र की हस्ती है।। मतदान का पढ़कर पाठ। लोकतंत्र के देखो ठाठ।। संतोषी देवी।