Chinta netam " mind " 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक 14437 0 Hindi :: हिंदी
// सुप्रभात ... सुबह हो गई , चल बेटा उठ ...! उठ बेटा उठ , बहुत गया सुत ...! जो सोया , वो खोया ...! जो जागा , वो पाया ...! समझ में तेरे , तुझे...आया कुछ ...! ये बात तेरे , भेजे में...समाया कुछ ...! चिन्ता नेताम " मन "