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मोम की तरह कुछ यूं पिघल रही है ये ज़िंदगी

Pravin Chaubey 23 Nov 2023 शायरी धार्मिक #kavya#sad shayari #hindi shayari #shayari#Love shayari #viral#new#poeam#hindi Kavita #sad shayari#motivational shayari # old shayari 11514 0 Hindi :: हिंदी

मोम की तरह कुछ यूं पिघल रही है ये ज़िंदगी 
एक एक दिन हाथ से निकल रही है ये ज़िंदगी 
औरो को देख कर खुद की आग में जुलझ रही है ये ज़िंदगी
जितना सुलझ नहीं रही है उससे कही ज्यादा उलझ रही है ये ज़िंदगी 
मोम की तरह कुछ यूं पिघल रही है ये ज़िंदगी
                   प्रवीण चौबे

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