Shubham Yadav 28 Nov 2023 ग़ज़ल अन्य 8035 0 Hindi :: हिंदी
गर तुम नही तो जिंदगी शमसान तू ए हमनशी इस जीस्त की पहचान तू तू जिंदगी तू हमबदन तू रूह है हमराह मुझको मत समझ अनजान तू मायूसियों की इक लहर उठ सी रही तू रोक सकती है इन्हें बलवान तू मैं थक चुका हूँ रौशनी करते हुए बुझते हुए दीपक की बन जा जान तू अब शेर कहने की कशिश बाकी नहीं क्या हम कहे दिल आशना अदनान तू इकरार या इंकार से मतलब नहीं तुझ पर फ़ना ये जिंदगी ये मान तू बजने लगेगी बाँसुरी दिल में कमल छू ले अगर बनके हवा ए तान तू