Mohammed fejaan 30 Mar 2023 शायरी हास्य-व्यंग गूगल 8589 0 Hindi :: हिंदी
दिनाकरन,,-28-11-2022 मैं अरज करता है। अरे हम किसी के बेहकाएँ मैं आकर अपने घर का नास नहीं करते हैं! अरे हम किसी के बेहकाएँ मैं आकर अपने घर का नास नहीं करते हैं। अर अब तो हमने भी सीख लिया है। लोगो को बेहकाने का और जब लड़ाई होती हैं तो मुझे देख ने में बहुत ही मझा है।
I, am Mohammed fejaan my father name rais ahamad or my mathar name vasila and supar laif........