मोती लाल साहु 30 Jun 2023 शायरी समाजिक #गुजरे हुए लम्हों से- चुनता हूं वह खूबसूरत पल #सजाता हूं जिंदगी की किताब में। 7785 0 Hindi :: हिंदी
गुजरे- हुए लम्हों से,, चुनता हूं- वह ख़ूबसूरत पल,, सजाता हूं- ज़िंदगी की किताब में...!!! -मोती
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