Disha Shah 23 May 2023 कविताएँ अन्य 4546 0 Hindi :: हिंदी
ज़िंदगी में अपने दिल की करो तुम कटपुतली मत बनो तुम किसी और के जैसा मत बनो तुम ओरिजिनल हो तुम अपने पंख को आकाश में उड़ने दो तुम तकलीफे , परेशानी होगी उसीसे शक्तिशाली होंगे तुम इंडिपेंडेंट बनो तुम अपने पैरो पे खड़े होना सीखो तुम आगे बढ़ो तुम अपने दिल की सुनो तुम तुम्हारी जिंदगी बन जाएगी यकीन मानो आगे बढ़ो तुम यकीन करो तुम खुद पे तुम अलग हो जब से आगे बढ़ो तुम