Sudha Chaudhary 29 May 2023 कविताएँ देश-प्रेम 6367 0 Hindi :: हिंदी
धरा को नमन कर धरा वासियों। जिसकी गोदी में खेला है बचपन, जिससे उठकर चला तू नमन कर। जिसपे बहती है निर्मल, पवित्र नदियां, जिसकी कल कल सा, नहीं कोई संगीत। जिसमें नाचें मयूर बिना धुन, जिसकी सुषमा का नहीं कोई वर्णन। उस धरा को नमन कर।