Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

स्वीकार

Poonam Mishra 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक जिंदगी की परेशानियों को स्वीकार करना 23626 0 Hindi :: हिंदी

स्वीकार कर लिया मैंने 
जिंदगी की कठिनाइयों को 
अपनी ख्वाहिशों को बताना 
छोड़ दिया 
जो मेरे अपने हैं
 बस वही मेरे अपने हैं 
अब मैं गैरों को अपना
 कहना छोड़ दिया
 जो मेरे दर्द पर नमक लगाया
 करते फिरते हैं 
अब मैंने उनको अपना
 दर्द बताना छोड़ दिया

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

शक्ति जब मिले इच्छाओं की, जो चाहें सो हांसिल कर कर लें। आवश्यकताएं अनन्त को भी, एक हद तक प्राप्त कर लें। शक्ति जब मिले इच्छाओं की, आसमा read more >>
Join Us: