मोती लाल साहु 06 Apr 2023 शायरी समाजिक आशीर्वाद से भरी ये जीवन गुज़र रही है,अपने-आप इन सांसों में जीवन का दान मिल रहा है। 4824 0 Hindi :: हिंदी
तन से हो कर- ये पवन गुजरती जा रही है हरेक सांसों में- उसकी कृपा जो आ रही है हमें क्या खबर है- कौन सी क्या करिश्मा है अपने-आप जीवन- दान में दिए जा रही है ये जो अदालत- चल रही है ज़िंदगी की आशीर्वाद से भरी- ये जीवन गुज़र रही है -मोती