Raj Ashok 18 Nov 2023 आलेख समाजिक पत्थर 7731 0 Hindi :: हिंदी
बादशाहों,या दूसरों के रहमों कर्म पर, या बुजदिल बन के जीने से अच्छा है। किसी रास्ते का पत्थर बन के जीओ । जब भी,किसी को ढोंकर लगेगी। दुआँऐ नही तो कम से कम बदुआँऐं तो अपनी होगी ।
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Jai jai ho...