पिन्दु कुमार 09 Oct 2023 कविताएँ दुःखद दुःख भरी आसूँ 9385 0 Hindi :: हिंदी
तेरे आसूँओ को बहता देख मुझे बड़ा दुःख होता है । किस चीज की तुम्हे जरूरत है । मुझे जान कर और भी दुःख होता है । मैं चाहता हूँ वो बस्तु तुम्हें कही से लाके दे दूं जिस चीजों की तुम्हें जररत है। लेकिन मैं आसमर्थ हूँ जिस चीज की तुम्हें जरूरत है । वो में नहीं लाकर दे सकता हिम्मत न हारना हौसले बनाए रखना जिस चीज की तुम्हें जरूरत है । वो मिलेगा तुम्हें जरूर एक दिन - पिन्टु कुमार