Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

सूरज है तो शाम होनी भी तय है -जब इंसान है तो इलज़ाम भी लगना तय है

Prince 13 Jul 2023 कविताएँ समाजिक #Google#हिन्दी कविता#समाजिक#हिन्दी साहित्य#दुःखद 6814 0 Hindi :: हिंदी

दुनिया में जिसकी जितनी समझ होगी वो उतना ही दूसरो को समझ पाएगा आप खुद के बारे में लोगो को समझा कर अपना वक़्त जाया ना करे जनाब - और सुनो सूरज है तो शाम होनी भी तय है और जब इंसान है तो इलज़ाम भी लगना तय है..!!
लोगो की बेतुकी बाते अगर कान में पड़ भी जाये तो उन्हे बिना देर किये दूसरे कान से बहार निकाल देना चाहिये साहब - और अंत में मशहूर शायर डॉ. कुमार विश्वास की चंद लाइने :-
लश्कर भी तुम्हारा है,सरदार भी तुम्हारा है - तुम झूठ को भी सच लिख दो,अखबार भी तुम्हारा है..!
किसी से अपने दिल की बात तू कहना ना भूले से - यहां खत भी जरा सी देर में अखबार होता है..!!
सब अपने दिल के राजा है,सबकी कोई रानी है - भले प्रकाशित हो न हो,पर सबकी होती कोई कहानी है..!!! 
    
         **Prince**

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

शक्ति जब मिले इच्छाओं की, जो चाहें सो हांसिल कर कर लें। आवश्यकताएं अनन्त को भी, एक हद तक प्राप्त कर लें। शक्ति जब मिले इच्छाओं की, आसमा read more >>
Join Us: