Poonam Mishra 05 Jun 2023 कविताएँ समाजिक गम को गए जमाने हो गए 5970 0 Hindi :: हिंदी
आजकल जिंदगी में हर तरफ!! खुशी ही खुशी !! फूलों की तरह महक उठते हैं ।। गम को गए कई जमाना हो गया।। खुशियों के एहसास ने मुझे तुम्हारा दीवाना बना दिया स्वरचित लेखिका पूनम मिश्रा