Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

क्या कहूँ-जिंदगी हैं साहब बस जी रहा हूँ

Prince 09 Jun 2023 शायरी दुःखद #Google #हिन्दी कविता #समाजिक #हिन्दी साहित्य #दुःखद 5226 0 Hindi :: हिंदी

क्या कहूँ😔 कि कैसे जी रहा हूँ🥺 !
जिंदगी हैं साहब🥺! बस जी रहा हूँ 😔!!
है इन आंखों में सपने बहुत🥺 !!!
बस उन्ही को पूरा करने की कोशिश कर रहा हूँ☺️!!!

दोस्तो ! शायरी अच्छी लगे तो शेयर , फॉलो और कमेंट जरुर करें एक शायरी लिखने मे बहुत मेहनत लगती हैं । आपका बहुत आभार होगा ।
                           
 लेखक : प्रिंस ✒️📗

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

मेरे नजर के सामने तुम्हारे जैसे बहुत है यहीं एक तू ही हो , मोहब्बत करने के लिए यह जरूरी तो नहीं read more >>
मीठी-मीठी यादों को दिल मैं बसा लेना जब आऐ हमारी याद रोना मत हँस कर हमें अपने सपनों मैं बुला लेना read more >>
Join Us: