Suman saharan 30 Mar 2023 कविताएँ दुःखद किसान की जिंदगी 6635 0 Hindi :: हिंदी
आप जीते हैं जिस कदर उस कदर तो कोई मरता भी नहीं होगा आपकी मुस्कान में भी इतना दर्द है लगता है आपकी आंसू तो कोई गिनता भी नहीं होगा आपके उगाए हर दाने में में इतनी सच्चाई है आपकी आंखें तो कोई पड़ता भी नहीं होगा क्यों तपते हो इतनी धूप में जब जानते हो तुम्हारे बारे में तो कोई सोचता भी नहीं होगा