धर्मपाल सावनेर 05 Apr 2023 ग़ज़ल दुःखद #मोहब्बत#या# जिंदगी#में #दिल #टूटे #हुए #लोगो #के #लिए #दर्द# भरी# गजल# 7179 0 Hindi :: हिंदी
तेरा होकर भी में तो तेरा ना हुआ जैसे सुरज के होते सवेरा ना हुआ ।। मेने ख्वाब तो देखे बोहोत से मगर कोई ख्वाब मुकम्मल मेरा ना हुआ ।। मेने चाहा के चलो अंधेरा ही सही देखो ना फिर भी अंधेरा ना हुआ ।। तेरा होने की ऐसी सजा पाई है सबका होकर भी मे किसी का ना हुआ ।। यू ही दर ब दर भटकते रहे रात दिन हम मुशाफिरो थे कही बसेरा ना हुआ ।। किसी का भी केसे हो जाऊ में भला जिसका था में जब उसी का ना हुआ ।। तेरी यादों को लेकर चलता है धरम कही भी कभी भी अकेला ना हुआ ।। धरम सिंग राजपूत 8109708044