संदीप कुमार सिंह 05 Apr 2024 कविताएँ प्यार-महोब्बत मेरी यह मुक्तक भी बहुत ही अच्छी है. जिसे पढ़कर आप लोग काफी हर्षित हों होंगे. 4047 0 Hindi :: हिंदी
मुक्तक ऐसे मत लगा इल्ज़ाम किसी निर्दोष पर। अगर आ गया जिस दिन वह रोष पर। जिन्दगी से तुझे मुक्त कर देगा निर्दोष वह- वचन देता हूँ मैं यह आज जय घोष पर। (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍️ जिला:-समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....