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संसार सागर में-गुरु की पतवार साहिल को कश्ती माया की धारा में बहती यह कश्ती

मोती लाल साहु 17 Jul 2023 शायरी अन्य गुरु 5954 0 Hindi :: हिंदी

"संसार सागर में देह एक कश्ती,
माया की धारा में बहती यह कश्ती",,,
 
"साहिल को खेवनहार बिन कश्ती, 
गुरु की पतवार साहिल को कश्ती"....!!!!
-मोती

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