मोती लाल साहु 17 May 2023 आलेख समाजिक जीवन के वास्तविक मायने, जिंदगी के चाहे कितने ही पड़ाव पार कर के आए- कोई मायने नहीं रखते- जब स्वयं के अंतरतम की गहराई से गुज़रेंगे- तब जीवन के वास्तविक मायने मिलेंगे। 5319 0 Hindi :: हिंदी
ज़िंदगी के- चाहे कितने ही पड़ाव पार करके आए- कोई मायने नहीं रखते जब- स्वयं के अंतरतम, की गहराई से गुज़रेंगे तब जीवन के- वास्तविक मायने मिलेंगे -मोती