Manu Vishwakarma 25 Jul 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत 6183 0 Hindi :: हिंदी
बहुत बोलने लगा हूं कही तुझे चुबने तो नही लगा हूं ...... इस बेवफा दुनिया में वफा। करने लगा हूं दौड़ती हुई दुनिया के बीच चलने लगा हूं कही तुझे चुबने तो नही लगा हूं ...... ऑनलाइन के जमाने में कैश करने लगा हूं दूर जाके पास होने लगा हूं कही तुझे चुबने तो नही लगा हूं ....... सबसे वाईफाई लेके तुझे हॉटस्पॉट देने लगा हूं इस शोर गुल भरी दुनिया में शांत रहने लगा हूं कही तुझे चुबने तो नही लगा हूं ..... दिल तोड़ने के दौर में दिल जोड़ने लगा हूं ना कहने पर भी तेरे, हां बोलने लगा हूं कही तुझे चुबने तो नही लगा हूं .....