Danendra 01 May 2023 शायरी समाजिक मंजिल 7974 0 Hindi :: हिंदी
जब तक मंजिल की आस होगा तब तक तजुर्बे भी खास होगा। हम न रुके है न ही मंजिल मिला है हमे गतिशील,त्याग,मेहनत ईश्वर ने दिया है जिस दिन मंजिल मिलेगा, दुनिया के लिये खास होगा ।।
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