Poonam Mishra 30 Apr 2023 शायरी समाजिक तुम्हें अपने गम से कब फुर्सत 7717 0 Hindi :: हिंदी
तुम्हें अपनी जिम्मेदारियों से! कब फुर्सत मुझे अपनी जिंदगी की परेशानियां ,एवं गम ,से कब फुर्सत कभी सोचते मिलने जाऊं , तुम्हें ,फिर सोचती हूं , चलो बस हो चुका मिलना ना तुम खाली ना हम खाली