Preeti singh 04 May 2023 कविताएँ अन्य बादलों की गड़गड़ाहट देती है यह आहट 6334 0 Hindi :: हिंदी
बादलों की गड़गड़ाहट देती है यह आहट आहट कोई आने को है एक आहट की कोई आने को है मोती बरसाने को है मिट्टी में घुल जाने को है फूलों को भींगाने को है चिड़ियों को हंसाने को है होठों को मुस्कुराने को है वह ठंडी से बारिश मोती बरसाने को है यह आहट है कि कोई आने को है । Preeti singh