Neha bansla 30 Mar 2023 ग़ज़ल अन्य # बेटी # पढ़ाओ # बेटी # बचाओ # 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏❤️🙏# khud # se # जीतेंगे # viswas # 10851 0 Hindi :: हिंदी
खुद से लड़ रही हूं, दूसरो को खूब हसाती हूं, अब खुद को हंसाने की कोशिश कर रही हूं, जीवन के इस संघर्ष में, मै खुद से ही लड़ रही हूं। भले ही सर्द तूफानों जैसी नहीं हु मै,पर ठंडी पुरवा बनने की कोशिश कर रही हूं और श्री राम जी जैसा तो पता नहीं, पर रावण जैसे गुण और भाव खुद मे लाने की कोशिश कर रही हूं, जीवन के इस संघर्ष में, मै खुद से ही लड़ सकते हूं। बहुत देखा अमीरी तले कुचलता हुआ सदर्पण, अब गरीबी की नरमी को महसूस करने की कोशिश कर रही हूं, और जीवन की इस संघर्ष में मै खुद भी लड़ रही हूं। नही जीत पाऊंगी में दुनिया से इस लड़ाई में, इसलिए खुद को बदल रही हूं, ओर इस मोह की नगरी सी, मोक्ष पाने की कोशिश कर रही हूं, जीवन के इस संघर्ष में, मै खुद से ही लड़ रही हूं। भाग रही है दुनिया मोह के पीछे बनकर लोभी , मे असफलताओं के कुछ किस्से सादने की कोशिश कर रही हूं लिखने का तो ज्ञान इतना है नही, पर शब्दों के सहारे खुद भी झांकने की कोशिश परम्पर कर रही हूं। जीवन के इस संघर्ष में, मै खुद से ही लड़ रही हूं।