Santosh kumar koli 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक ज़िंदगी क्रिकेट 51986 0 Hindi :: हिंदी
यह ज़िंदगी, एक क्रिकेट है। आदमी एक खिलाड़ी है। कितना ही अच्छा खेलो, हारता जो क़िस्मत आड़ी है। जीवन पिच् पर चलती, जाती समय की गाड़ी है। ईश्वर एंपायर, जिसके हाथ सब की नाड़ी है। प्रकृति गेंद, संसार मैदान, कर्म बैट है। यह ज़िंदगी, एक क्रिकेट है। कभी गेंद धीमी, कभी बहुत तेज़ आती है। फिरकी गेंद कटकर, न जाने किधर निकल जाती है। गुगली समझ नहीं आती, फुल टॉस ललचाती है। बाउंसिंग चुनौतीपूर्ण, योर्कर अक्सर गिल्ली उड़ाती है। लापरवाही से, कभी ज़्यादा सावधानी से, जाता विकेट है। यह ज़िंदगी, एक क्रिकेट है। जरा -सी चूक से, विकेट गिर जाता है। हिट विकेट खिलाड़ी, जीते जी गुज़र जाता है। बोल्ड हत्या, एल.बी.डब्ल्यू, आत्महत्या कर जाता है। स्टंप् आउट एक्सीडंट, रन आउट अपनों से मर जाता है। कैच आउट, चढ़ा जोखिम की भेंट है। यह ज़िंदगी, एक क्रिकेट है। यह ज़िंदगी, एक क्रिकेट है। सावधानी से चौका मारो, नो बॉल पर छक्का। बाई से यदि रन मिल जाए, दर्शक- दीर्घा हक्का-बक्का। ज़मीनी प्रहार करो, फ्री हिट को बाउंड्री दिखाओ पक्का। पिच् देख रणनीति बनाओ, खिलाड़ी बनोगे लक्खा। खुलके खेलो, हाथ खोलो, अंत पविल्यन् वेट है। यह ज़िंदगी, एक क्रिकेट है। टेस्ट, वन डे का गया ज़माना, ट्वेन्टि-ट्वेन्टि की बात करो। टक, टक का टाइम गया, छक्के, चौकों की बरसात करो। हरफ़नमौला बनो खिलाड़ी, हर फ़न में करामात करो। जीवनदान का लाभ उठाओ, फील्डिंग में दो-दो हाथ करो। बाक़ी वह एंपायर ही, जगत् सेठ है। यह ज़िंदगी, एक क्रिकेट है। यह ज़िंदगी, एक क्रिकेट है।