Pravin Chaubey 30 Mar 2023 शायरी धार्मिक #काव्य #सायरी #पोएम #कवि # कविता#मोटिवेशन 6130 1 5 Hindi :: हिंदी
आते आते आज किसी की यादें पिछे छोड़ आया हु कुछ बाते तो कुछ दिनो की मुलाकाते पीछे छोड़ आया हु किसी के चहरे की हंसी तो किसी के सपने तोड़ आया हु आज पहली बार ऐसा लगा की आते आते किसी अपने को तन्हा छोड़ आया हु,अपने घर के आंगन को सुना छोड़ आया हु. -प्रवीण चौबे
1 year ago
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