संदीप कुमार सिंह 08 Jul 2023 कविताएँ समाजिक मेरी यह कविता समाज हित में है। जिसे पढ़कर पाठक गण काफी लाभान्वित होंगें। 10448 0 Hindi :: हिंदी
(मुक्तक छंद) समय बड़ा बलवान है,करें नहीं यूं व्यर्थ। साथ समय के जो चले,समझे जीवन अर्थ। मिले समय का साथ तब,करें सदा सम्मान_ सुख दुख पहलू दो मिले,करिए नहीं अनर्थ। (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍️ जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....