Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

बेमुरब्बत ना समझे ये हमको जमाना

Jitendra Sharma 26 May 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत बेमुरब्बत ना समझे ये हमको जमाना, आपके इन्तजार में, जितेंन्द शर्मा की कविता 9068 2 5 Hindi :: हिंदी

जी चाहता है कि तुम्हे प्यार कर लूं,
मुहब्बत की बातें मैं दो चार कर लूं।
बेमुरब्बत ना समझे ये हमको जमाना,
अब तुमसे मुहब्बत का इकरार कर लूं।।

लो चांद भी तुमसे जलने लगा है,
तेरा हुस्न देख हाथ मलने लगा है।
बेनूर ना करदे उसे नूर तेरा,
सो जाने पे तेरे निकलने लगा है।

Comments & Reviews

Jitendra Sharma
Jitendra Sharma Good

10 months ago

LikeReply

VIC
VIC बेहतरीन शायरी।

10 months ago

LikeReply

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

शक्ति जब मिले इच्छाओं की, जो चाहें सो हांसिल कर कर लें। आवश्यकताएं अनन्त को भी, एक हद तक प्राप्त कर लें। शक्ति जब मिले इच्छाओं की, आसमा read more >>
Join Us: