Poonam Mishra 30 Mar 2023 आलेख समाजिक मेरी मां मातृ दिवस के अवसर पर मेरा एक छोटा सा लेख अपनी मां के लिए 104904 0 Hindi :: हिंदी
सुना है आज मातृ दिवस है लेकिन मेरे लिए तो हर दिन माँ का ही दिन होता है कौन सा ऐसा दिन होता है जो मेरी माँ के बिना हो क्योंकि जिस माँ ने मुझे जन्म दिया है जिनका हाथ पकड़ कर मैंने चलना सीखा है जिनका हाथ पकड़ कर हमने लिखना सिखा है जिनका हाथ पकड़कर मैं जीवन के ऊंची नीची टेढ़ी-मेढ़ी रास्तों से गुजरते हुए आज यहां तक पहुंची हू उस माँ को मैं शत-शत प्रणाम करती हूं माँ कोई भी दिन ऐसा नहीं गुजरता है जिस दिन आपका दिन ना हो आप सभी को मातृ दिवस की बहुत-बहुत हार्दिक शुभकामना धन्यवाद स्वरचित लेखिका पूनम मिश्रा