Chinta netam " mind " 30 Mar 2023 कविताएँ राजनितिक 63931 0 Hindi :: हिंदी
# दिल्ली होगा कब्जे में..... इधर-उधर सिर हिलाते बड़ी अदा से हाथ मटकाते , करते दो टके की नेतागिरी देते हैं झूठे आश्वासन ........! *** लायची दबाए मुंह बिचकाते , गप्पेँ भरे जुमलेबाजी लंबे- लंबे फेंके ये , लिखा कोरा भाषण .........! *** बेवकूफ बनाना फितरत इनकी , इन्होंने किया सिर्फ , देश का शोषण ...! *** महंगाई ,अराजकता , चारों ओर फैलता हो रहा अब तो , सेना का राजनीतिकरण ...! *** बहुत हो चुका इनकी गोटी , सेंके इन्होंने अपनी रोटी बंद कर दो इनके दरवाजे , जिसने देखें अपने फायदे ....! *** देश के युवाओं को , बंद करो गुमराह करना एक ना एक दिन , आफत आ जायेगी वरना ...! *** जोश से भरे नौजवानों, मेरे देश के कर्णधारों देश , काल , परिस्थिति को , अब तो तुम विचारों ...! *** जिस दिन तुम युवा , पूरी शक्ति से आ गए भर हुंकार अपने जज्बे में ...! *** नेता छोड़ेंगे राजधानी रहेंगे सब सदमें में तब सारा दिल्ली होगा , तुम्हारें कब्जे में .....! चिन्ता नेताम " मन " नगर पंचायत डोंगरगांव राजनांदगांव ( छत्तीसगढ़ )