SHUBHAM PATHAK 04 Jul 2023 कविताएँ हास्य-व्यंग 5402 0 Hindi :: हिंदी
डॉक्टर साहब मेरी तबीयत ख़राब है, इसके पीछे की वजह सिर्फ़ शराब है। एक बार मुझे ठीक कर दो, मेरे अंदर दवा गोलियों का डोज भर दो। फिर कभी नहीं होगी मेरी तबीयत ख़राब, आज शाम से ही बंद कर दूँगा शराब। डॉक्टर भी बड़े शायराना अंदाज़ में बोला, तेरे साइड में रखा है दवाई गोली का झोला। झोला देख मोनू का मन डोला, गुर्राते हुए डॉक्टर से बोला। मुझे नहीं चाहिए गोली दवाई, दे दो इंजेक्शन, परंतु डॉक्टर साहब याद रहे मुझे शिप्रो से इन्फेक्शन। डॉक्टर ने बड़े तेवर से बोला, चल हट बाजू में रख मेरा झोला। तेरा इलाज करना पड़ेगा तगड़ा, अगर तू मुझसे करता रहेगा झगड़ा। तो तेरी बीबी को बुलाता हूँ, तुझे रक्त की आँसू रुलाता हूँ। ज़रूरत नहीं तुझे दवाई गोली की, तुझे ज़रूरत है खट्टी मीठी बोली की। इतना सुनते ही मोनू महाराज काँप गया, डॉक्टर के हाथ जोड़े बोला डॉक्टर साहब मैं धाप गया। डॉक्टर दादा मुझे क्षमा कीजिए, सीधे हाथ से परामर्श शुल्क लीजिए। अच्छा चलता हूँ सर, कृपया बताना नहीं मेरे घर।