Ajeet 30 Mar 2023 शायरी अन्य हार मानने से मुसाफिर जीत नहीं मिलती 15460 0 Hindi :: हिंदी
हार मानने से मुसाफिर जीत नहीं मिलती, ठोकर खाके पीछे लोट जाने से तकदीर नहीं बनती, सपनों की उड़ान अभी बाकी हे होसलों में जान अभी बाकी हे, मेहनत करने से तकदीर तो क्या हेसियत भी बनती हे हार मानने से मुसाफिर जीत नहीं मिलती/