Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

इतनी गजब दिखती हो-तन साँचे में ढ़ाला है

संदीप कुमार सिंह 22 Nov 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत मेरी यह Kavita Samaj Hit में है. Jise Padhkar Pathak Gan काफी Labhanvit Hongen. 3449 0 Hindi :: हिंदी

इतनी  गजब  दिखती हो  तन  साँचे  में  ढ़ाला  है।
मुझे   अमर  कर  दो  तूँ  अमृत का  प्याला  है।
मेरी  ज़िन्दगी  पर  तुम  दिलरूबा अधिकार कर लो-
सबसे  आगे  निकल  कर  मैँ  किस्मत  वाला  है।
(स्वरचित मौलिक)
संदीप  कुमार सिंह✍️
जिला:-समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

शक्ति जब मिले इच्छाओं की, जो चाहें सो हांसिल कर कर लें। आवश्यकताएं अनन्त को भी, एक हद तक प्राप्त कर लें। शक्ति जब मिले इच्छाओं की, आसमा read more >>
Join Us: