Sudha Chaudhary 18 Jul 2023 कविताएँ अन्य 5869 0 Hindi :: हिंदी
कदमों का अभ्यास नहीं जीवन में विश्वास नहीं है बड़ी दूर तक चलना था कम में कुछ आभास नहीं। दो टूक लिखी कुछ बातें हैं बाकी अभी कुछ सांसे हैं बातों को खंजर ही जानो चलने पर कोई विचार नहीं। यह कंठ तुम्हारा है स्वामी जो बोल गए सो बोल गए बहते घावों को पहुंच दिया अब हदय तुम्हारा बोझ नहीं। मैं अपनी करुण कहानी में अभी तपिश क्यों देती हूं जीवन रहा सहारा तो मौत आनी है नहीं। सुधा चौधरी बस्ती