
Amit Kumar prasad
My Self Amit Kumar Prasad S/O - Kishor Prasad D/O/B - 10-01-1996 Education - Madhyamik, H. S, B. A, PGDT Other Education - CITA, DITA CDTP. Nationality - Indian Religion - Hindu Cast - Dusadh ( SC) Hobby - Book Writing & Reading Language Known - Hindi, English, Bengali. ( Read, Write and Speak) Jai Hind And most of love to own Mother Land and Mother Language.
Bandel Netaji Park - 1, Hooghly, Chinsurah, Chandan Nagar,Mongara, 712123
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Recent Articles
👉 फ्रिडम लाईक स्ट्रगल🌷
Is a mourning Kayak transcends desire, There is
🤝 ভারত - ভারতীয ✍️
সুভ্র চেতনা, চাহ কর
👉लाईक विज़न सच क्रिएसन. 👌
When compassionate conscience, Of The Inner mind
🇮🇳 जस्ट वन नेम जस्ट नेम नेम . 👈
Have a wish glowed, In this heart of this heart;
🤝 दी होप्स सोस वेय . 👍
Comes and touches the mind, New belief in gettin
🙏 मात् चरणं वन्दनं 👏
पुष्पों का है नाज़
🤝 केशरिया लहरात्ता हैं... ✍️
धरा अमन कि अमर कथा,
🙌 शीव आराध्ना 🙏
हे! महादेव, हे! शीव श
उठा शस्त्र कर धरा ध्वस्त
गाती है तरनुम वृक्
👉 पुरात्तन ही स्वर्ण है 👌
सब कुछ अधुनात्तन आ
🤝 হীন্দুস্তান নমন 🙏
এই হৃদযের বন্দনী,
कर्म प्रबल करना होगा
चाहे हो पहरे महा प्
🙌 विजय धरा 👏
आभुष्ण का श्रृंगार
रश्मी रथी बनु
समा बांध अविराम कर
👉 হিন্দী - হীন্দু - হীন্দুস্তান ✍️
এই নিষ্ঠা প্রকাশময
चलती है हवा
चलती है हवा ले अधरो
🙏 हे! राम 👌
चाहत को मिलें आशां
👌 बिर्जेश नंदन ✍
पुष्पों कि आभा खिल
👍 भारत्त - मानवत्ता 👇
कण - कण को कर रहा नमन
👉 🤔 जो देश चाहतें हैं... 🤫 🙏
है दिप्त आस्मां दब
🤔 गुरू ज्ञान का दर्पण 👏
गुरूत्व ज्ञान और म
🤗 ये चल कर लै कर धार - धार 🤞
आशाओं से खिली चाहत
👏 मेरा देश फल... मेरा नाम 👏
इस राष्ट्रवाद कि ब
অমর্তবের আবাজ
আবাজ মনের জা মীটী ন
🙌 प्रार्थना 👏
दो दान दया का दया नि
👍 अनुशाशन का महत्व 👌
प्रतीरोध बनकर समुन
मीली हवाओं मे खूशबू
मीली हवाओं मे खूशब
बस एक नाम बस नाम नाम
है अविचलताओं कि कर
🤝 गंगाजल 🤞
मन मथुरा सा दिव्य ध
পরম সু:খম সন্তাপ করম
পরম সূ:খম সন্তাপ কর
🥰रॉयल इंडियन लिओन 🙏
आज़ाद - ए - आज़म देश म
हर राहों मे युंहीं चले चलो
व्यथा को बनाकर दिप
👉 पिता का नाम दूं 👏
शब्द कि अविचल झटा स
🙏 शीव का सुत्र पार्वती पुत्र ✍
है तृप्त वेदना भार
महा पूरूषोत्तम
महा पूरूषोतम शीव स
कर्म का अभिनंदन
धरा धरी वीरों कि गत
✍ गंगा का जल 🙏
कल - कल - कल - कल , कल - क
नमो नमो शीव हरे हरे
राजा सगर दिग्गज रण
👊 इसे बयां कैसे मै करूं 🥰
है ये आरज़ू तख्तें
✊ त्तु बढ़त्ता चल 👊
रूको नहीं बाधाओं स
👍 গ্যানের কিরন ✍️
এই নোতুন প্রভাতে ন
दिपावली
बालमिक रिषी कर्मों
👉🤔জে দেশ চায __🤫👈
এই মোহা ভারতের কর্
💖लांग लाइव रेवेलूशन 💞
जल रही दिप संघर्षो
आर्यावर्त समय
है विजय धरा कि नाज़
ऐ पुष्प जरा तू गरज बर्षं
उत्कृष्ठ धरा की उत
🤝 धर्म रक्क्षित्ति, रक्क्षित्ते 👏
रक्क्ष,रक्क्षणा,रक
बदला नही बदलाव
बदलती है आरज़ू हर द
🙏 शांती - बीज ✍️
कर रही गुलज़ार कली
नमन नारित्व कर रहा कलम
नर उत्तम नरोत्तम ह
🤚 नई पहचान 🌷 हिन्दुस्तान ✍️
है नई पहचान मेरी, औ
🤫 एक दृष्टी अनुशाशन 🤝
देती ही रही है झल्क
भारत को अचल संतृप्त करूं
कहता अभिनन्दन कर अ
वशुधा-अम्बर का अचल साथ
कर लाख कोशिशें शिद
भारत को अचल संतृप्त करूं
कहता अभिनन्दन कर अ
अरूनोदय की आश लिए
मैं सोंच रहा था पवन
रश्मी रथी
भगवे का धारन करूण ध
😌 नायक 😛
है सुर्य प्रभा से ज
संघर्षित हिन्दी को कोटी नमन
हिन्दुत्व धरा का त
👉 अभी - अभी 👈
उठती है उम्मिदें द
माधुर्य मधूर वाणी कि दिशा
माधुर्य मधूर वाणी
टिकाकरण अधिकार अपना
कर्म योग अती पावन न
भाव से भव तर जाता है
भाव बिना सुना जग है,
चलकर गिरना गिरकर चलना
चलों तो राह हर वक्त
नाराऐ हिन्द
हिन्द लीख रहा कर्म
गर देख लिया क्या बुरा किया
गर लाख कोशिशें हो श
ভারত বিজয়ী পথে
সোনার মনে স্বর্ন স
कर रही ध्वस्त
कर रही ध्वस्त मानव
💖 अमन विश्व का तारा ✍️
ऐ ज़मी शाहे वतन, आप
💖 अमन विश्व का तारा ✍️
ऐ ज़मी शाहे वतन, आप
दास्ताने चाह की
युं तो हस्ती हैं जह
हे भारत के वीर जगो
जगा रहें हम जाग - जा
श्रद्धा कि अंजली
श्रद्धा कि अ
नमो नमो शीव हरे हरे 02
समर विशोनित सूर्यव
👉 पहचान पिता 👌
है धरती पर नाज़ पित