Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

बस शुकून के दो पल-कुछ पुरानी यादें

Ruby Gangwar 06 Feb 2024 कविताएँ अन्य शुकून के पल, कशिश,आसमान, पुरानी यादें , 30700 0 Hindi :: हिंदी

कुछ कशिश सी है मन में,
कुछ अपने शब्दों में लिखना चाहती हूं,
जब बैठती हूं खुले आसमान के नीचे,
बस सुकून के दो पल जीना चाहती हूं।
कुछ पुरानी यादें छुपी है मन में,
कुछ घटित किस्से कहना चाहती हूं,
दो पल के लिए मुझे समझने वाला मिल जाए,
बस अपने आपको खोलकर रखना चाहती हूं,
बस अपने आप पर किताब लिखना चाहती हूं,
बस सुकून के पल जीना चाहती हूं।।

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

शक्ति जब मिले इच्छाओं की, जो चाहें सो हांसिल कर कर लें। आवश्यकताएं अनन्त को भी, एक हद तक प्राप्त कर लें। शक्ति जब मिले इच्छाओं की, आसमा read more >>
Join Us: