Asim 27 Jan 2024 शायरी दुःखद Friend Shayri with Tears 11267 0 Hindi :: हिंदी
अलविदा दोस्त ऐ दोस्त क्या बताऊ में तुझे जो तू था वो अब तू रहा नहीं, जो तू हे वो मुझे मंजूर नहीं, जो तो था वो तू अब दुबारा बन नहीं सकता, जो तू बन गया हे वो मुझे कभी मंजूर नहीं। ऐ दोस्त क्या बताऊ में तुझे जो तू था वो अब तू रहा नहीं, याद आता हे गुजरे वक्त के वो खूबसूरत लम्हे, जब मेरी छोटी छोटी खुशी में तू भी खुश होता था, तेरा साथ वक्त का तेजी से गुजरना जो हमें पता ही नहीं लगता था, कैसे तू मेरे साथ कंधे से कंधे मिलाकर हमेशा खड़ा रहता था, याद आता है मुझे वो वक्त जो अब दुबारा आ नहीं सकता। ऐ दोस्त क्या बताऊ में तुझे जो तू था वो अब तू रहा नहीं, ना जाने तुझे किसने बदल दिया, या हमारी दोस्ती पर किसी की नजर लग गई, न जाने क्या हुआ जो तुझे आज मेरा दर्द नहीं दीखता, में तो आज भी तेरे चेहरे से तेरा दर्द समझ सकता हूँ, लेकिन ऐ दोस्त तू मेरा दर्द देख के भी समझ नही सकता, काश वो बीते वक्त के खुबसूरत लम्हें फिर से लोट आते, लेकिन ऐसा भी अब मुमकिन हो नहीं सकता। ऐ दोस्त क्या बताऊ में तुझे जो तू था वो अब तू रहा नहीं, माना की तुझे और भी मिल जायेगें दिल ए चहत की आरजू लिए, लेकिन मुझ जैसा दूसरा तुझे कोई मिल नहीं सकता, जो तेरे चेहरे से तेरा दिल ए हाल जान ले, ऐसा तो दूसरा कोई हो नहीं सकता। ऐ दोस्त क्या बताऊ में तुझे जो तू था वो अब तू रहा नहीं, तेरी बेरुखी पर बस इतना कहूँगा, जब भी मेरी ज़रूरत हो में तेरे साथ रहुंगा, लेकिन मेरा टुटा दिल अब जुड़ नहीं सकता, में जीस्म से तो तेरे साथ रह सकता हूँ, लेकिन मेरा टुटा दिल अब कभी जुड़ नहीं सकता। ऐ दोस्त क्या बताऊ में तुझे जो तू था वो अब तू रहा नहीं, तू चाहे भी तो फिर से मुझे न पायेगा, में तेरे साथ तो रहूँगा लेकिन फिर भी तू मुझे अपने साथ नहीं पायेगा। ऐ दोस्त क्या बताऊ में तुझे जो तू था वो अब तू रहा नहीं, तेरी बेरुखी पर बस इतना कहूँगा ऐ मेरे दोस्त, चाहे तुझे सारा जहाँ मिल जाये, यह चाँद, यह सितारे, सब तेरी झोली में आ जाये, तू कामयाबी की बुलंदियों पर चढ़ जाये, यह सारा जहाँ तेरा हो जाये, लेकिन तुझे एक सच्चा दोस्त कभी नहीं मिलेगा, कभी नहीं मिलेगा, कभी नहीं मिलेगा, मेंने दुनिया देखी है मेरे दोस्त बिना मतलब के कोई दोस्त बनता नहीं, और मतलब निकलते ही कोई दोस्त टिकता नहीं, सच्चे दोस्त को हमेशा पलकों पर बिठाना, क्यूंकि सच्चा दोस्त कोई मिलता नहीं। ऐ दोस्त क्या बताऊ में तुझे जो तू था वो अब तू रहा नहीं, मेरा दुआओ में हमेशा तेरा नाम रहेगा, जब तक आसमान में चाँद रहेगा मेरा साथ तेरा साथ रहेगा, लेकिन ऐ दोस्त क्या बताऊ में तुझे मेरा टुटा दिल अब जुड़ न पायेगा, और फिर से मै तुझे तेरा मर्तबा वापस दू यह मुझ से अब हो नहीं पायेगा, जिस दिन तू तड़पेगा एक सच्चे दोस्त की तलाश में, क्या पता मेरा दिल तुझ से फिर से जुड़ पायेगा, लेकिन तुझे तो यह अहसास ही नहीं के तू क्या कर रहा है, मेरे बार-बार माफ करने पर भी तु दुबारा मुझे दुख दे रहा है, तो ऐसा लगता नहीं मुझे के तू कभी शर्मिंदा हो पायेगा, हाँ जब तु अकेला रह जायेगा और एक सच्चे दोस्त की तलाश करेगाा, जब तुझे ज़रूर अहसास होगा, के तुने क्या खोया है, उस दिन मेंरे पास आना और मुझे बताना के तुने क्या खोया है, जब तक के लिए अलविदा ए मेरे दोस्त, अलविदा ए मेरे दोस्त, अलविदा।